हम भारतीय होने पर गर्व महसूस करते हैं परन्तु आज भी हमारे सामज में जो अन्धविश्वास व अंधभक्ति विद्यमान है उससे बहुत से लोगों की जान जोखिम में पड़ जाती है| गीतांजली मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल में डूंगरपुर से इलाज के लिए आयी बच्ची मीना कुमारी (परिवर्तित नाम) मात्र 9 वर्ष की आयु में पेशाब के रुक जाने की स्थिति में गीतांजली हॉस्पिटल लाया गया| नेफ्रोलोजिस्ट डॉ. सूरज कुमार गुप्ता व उनकी टीम एवं यूरोलोजिस्ट डॉ. विश्वास बहेती एवं उनकी टीम द्वारा बच्ची का सफल उपचार कर उसे नया जीवन प्रदान किया गया|