राजस्थान मनोचिकित्सक सोसायटी द्वारा अजमेर में 32वीं राज्यस्तरीय संगोष्ठी का दो दिवसीय आयोजन 23-24 सितंबर 2017 को हुआ। इस संगोष्ठी में गीतांजली मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल, उदयपुर के मनोरोग विभाग की डॉ देवांशी ने चर्म रोग – सोरायसिस व विटिलिगो पर शोधपत्र प्रस्तुत किया। वे सर्वोच्च सम्मान एवं गहलोत पदक के लिए चयनित हुई। डॉ देवांशी को यह पुरस्कार एवं पदक, समिति के आगामी अधिवेशन में प्रदान किया जाएगा। उन्होंने अपने शोध में पाया कि सोरायसिस व विटिलिगो के मरीजों में जीवन की गुणवत्ता और आत्म सम्मान की कमी होती है। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे मरीजों में मनोचिकित्सकीय परामर्श की आवश्यकता होती है।