बाड़मेर की रहने वाली 4 वर्षीय रोगी सुहाना कुलसुम ( परिवर्तित नाम) ने खेलते समय आँख में पेन की नोक लग गयी, जिससे आँख की रोशनी चली गयी| रोगी के माता-पिता ने बाड़मेर, गुजरात व अन्य निजी अस्पताल में लेकर गये परन्तु बच्ची की खांसी के वजह से भर्ती करने से मना कर दिया गया और साथ ही बच्ची को सर्वसुविधा से युक्त हॉस्पिटल जहां नेत्र रोग विशेषज्ञ, एनेस्थीसिया विभाग, आई.सी.यू इत्यादि की सुविधा हो जाने की सलाह दी गयी| बच्ची के माता-पिता गीतांजली हॉस्पिटल लेकर आये| यहाँ आने पर बच्ची को नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ ऋषि मेहता ने तुरंत भर्ती कर ऑपरेशन किया, यह जटिल ऑपरेशन लगभग एक घंटा चला|इस सफल ऑपरेशन को करने वाली टीम में नेत्र रोग विशेज्ञ डॉ ऋषि मेहता, एनेस्थीसिया विभाग से डॉ करुणा, रेजिडेंट डॉ विश्वा पटेल, नर्स तरुणा माली शामिल थे|
रोगी का कॉर्नियल टीयर का ऑपरेशन कर रिपेयर किया गया| बच्ची की आँख की रोशनी पुनः पहले जैसे वापिस आ चुकी है| रोगी को ऑपरेशन के पांच दिन बाद छुट्टी मिल चुकी है| बच्ची और उसके माता-पिता बहुत खुश हैं| रोगी बहुत ही गरीब परिवार से है व साथ ही मुख्यमंत्री चीरंजीवी योजना का लाभार्थी है| रोगी का इलाज मुख्यमंत्री चीरंजीवी योजना के अंतर्गत निःशुल्क किया गया है|रोगी के माता-पिता ने मुख्यमंत्री जी, गीतांजली मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल व इलाज करने वाली टीम को आभार प्रकट किया|
गीतांजली हॉस्पिटल के नेत्र रोग विभाग में सभी एडवांस तकनीके व संसाधन उपलब्ध हैं जिससे जटिल से जटिल समस्याओं का निवारण निरंतर रूप से किया जा रहा है।
गीतांजली हॉस्पिटल के पिछले 16 वर्षों से सतत रूप से हर प्रकार की उत्कृष्ट एवं विश्व स्तरीय चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध करा रहा है एवं जरूरतमंदों को स्वास्थ्य सेवाएं देता आया है।