मानव प्रयासों और नवीनतम तकनीकों के समन्वय से मिला रोगी को नया जीवन - गीतांजली हॉस्पिटल द्वारा किया गया प्रेस वार्ता का आयोजन

मानव प्रयासों और नवीनतम तकनीकों के समन्वय से मिला रोगी को नया जीवन - गीतांजली हॉस्पिटल द्वारा किया गया प्रेस वार्ता का आयोजन

मानव प्रयासों और नवीनतम तकनीकों के समन्वय से मिला रोगी को नया जीवन - गीतांजली हॉस्पिटल द्वारा किया गया प्रेस वार्ता का आयोजन

27 वर्षीय शशिराज (परिवर्तित नाम) ने सेल्फोस खा लिया जिसके कारण उसके हार्ट पर प्रभाव पड़ा जिसकी वजह से किडनी, लीवर, ब्रेन भी प्रभावित हुए, रोगी का बचना नामुमकिन था| रोगी का कार्डियकसाइंसेज़ टीम में हृदय शल्य चिकित्सक डॉ संजय गाँधी, डॉ अनुभव बंसल, डॉ गुरप्रीत सिंह, कार्डियक एनेस्थेसिस्ट डॉ अंकुर गाँधी, डॉ कल्पेश मिस्त्री, डॉ सुमित तंवरी, डॉ के.चरान, डॉ अर्चना देवतरा, ह्रदय रोग विशेषज्ञ डॉ रमेश पटेल, डॉ दिलीप जैन, डॉ जय भारत शर्मा, पर्फ्युशनिस्ट प्रदीप हेगड़े, अनीस, नौशीन, सीटी ओटी टीम, जनरल मेडिसिन डॉ वाय.एन वर्मा, आई.सी.यू. इंटनेसिविस्ट डॉ शुभकरन शर्मा, सीटीवीएस आईसीयू टीम, स्टेपडाउन टीम, नेफ्रोलोजिस्ट डॉ जी.के मुखिया, डॉ अनिश बहल के अनवरत प्रयासों से अभी हाल ही में अत्याधुनिक तकनीकों से युक्त एक्मो मशीन द्वारा सफल इलाज कर उसे स्वास्थ्य जीवन प्रदान किया गया |